शनिवार, 1 मई 2010

अरोड वंश की कुल 962 अल्‍लों का संकलन किया जा सका है( भाग - 4) ... खत्री सोहन लाल बजाज



टवर्ग से शुरू होने वाले अल्‍ल .............


टक्‍कर , टकरेजेटढयानी , टनोजिये , टांडरे , टाटरेजे, टाटरा , टारिये , टेजे , टनाका , टंडन , टिंकू , ठक्‍कर , ठकनोजिये , ठकराल , ठठयारे , ठढई , ठुकरालिया , ठठानीवारे , ठाठभूरे , ठुकरेजा , ठांड , ठुड्डी ,ठठराल , ठाकरे , ठांभरे , डड्ढी , डहे , डांग , डागरी , डड्डग , डावरे , डूंगर , डूमरे , डंगडाई , डूमने , डोडे , डींगरे , डटाइये , डरेजे , डेवरी , डंडीडेजा , डडोहे , डोमेजे , डोडेजे , डोडेचा , ढटावरजे , ढटावने , ढंगढेरे , ढयराना , ढाढवानिये , ढाभीणा , ढाण्‍डे , ढोलानी , ढानिये , ढमला 


('खत्री हितैषी' के स्‍वर्ण जयंती विशेषांक से साभार)






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क्‍या ईश्‍वर ने शूद्रो को सेवा करने के लिए ही जन्‍म दिया था ??

शूद्र कौन थे प्रारम्भ में वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर थी, पर धीरे-धीरे यह व्यवस्था जन्म आधारित होने लगी । पहले वर्ण के लोग विद्या , द...