सोमवार, 25 जनवरी 2010

नारी संसार की प्रथम आवश्‍यकता है .... न्‍यूटन

  • हिन्‍दुओं में स्त्रियों को जितना सम्‍मान दिया जाता है , उतना संसार में कहीं भी किसी और प्राचीन जाति में नहीं दिया जाता। ..... एच एल विल्‍सन
  • सहधर्मिता के आदर्श को पूर्णत: निर्वाह करने वाली देवियां भारत के सिवाय अन्‍यत्र नहीं मिलती। ... अस्टिंजर एफ
  • साधारणत: भारतीय स्त्रियां पुरूषों से अधिक कार्यकुशल और निपुण होती हैं। ... सर एफ टी वर्ट
  • नारी की उन्‍नति और अवनति पर ही राष्‍ट्र की उन्‍नति अवनति निर्भर करती है। .. अरस्‍तु
  • संपूर्ण महान कार्यों के आरंभ में नारी का हाथ रहा है ।   .... लामाटिन
  • पति के लिए चरित्र, संतान के लिए ममता, समाज के लिए शील , विश्‍व के लिए दया और जीवमा्र के लिए करूणा संजोने वाली महाप्रवृत्ति का नाम ही नारी है। ..... महात्‍मा गांधी
  • प्रेम और त्‍याग कैसे किया जाता है , ये केवल नारी ही जानती है। .... मोपासा
  • नारी नर की सहचरी , उसके धर्म की रक्षक , उसकी गृहलक्ष्‍मी और उसे देवता तक पहुंचाने वाली सायिका है। .... डा सर्वपल्‍ली राधा कृष्‍णन्
  • नारी की चरम सार्थकता मातृत्‍व में है। ... शरत् चंद्र
  • नारी पुरूष से अधिक बुद्धिमान होती है , वह जानती कम और समझती अधिक है ... स्‍टीफन्‍स
  • नारी संसार की प्रथम आवश्‍यकता है , गृहस्‍थ की दूसरी और मानवता की प्रतिपल ... न्‍यूटन
  • ममता , वात्‍सल्‍य , करूणा और समर्पण की मूर्ति नारी भूमि पर साक्षात देवी है। ... हजारी प्रसाद द्विवेदी
  • पुरूष हमेशा स्‍त्री का प्रथम प्‍यार बनना चाहता है , जबकि स्‍त्री हमेशा पुरूष का अंतिम प्‍यार बनना पसंद करती है। ... ऑस्‍कर वाइल्‍ड
  • नारी परमात्‍मा के अलौकि जादू की प्रतिमूर्ति है , नारी का जन्‍म शांति और प्रेरणा का अमर संदेश है। ... सी वी रमण
  • प्रकृति और परमात्‍मा के श्रेयपूर्ण अनुबंध का नाम है नारी। .... आइंस्‍टीन
  • नारी एक ईश्‍वरी उपहार है, जिसे ईश्‍वर ने स्‍वर्ग के अभाव की पूर्ति हेतु मनुष्‍य को दिया है। ... गेटे
  • स्‍त्री के अंत:करण में प्रेम इतना अधिक होता है कि पति उसका मूल्‍य कभी नहीं चुका सकता। ... अज्ञात
  • नारी सम्‍मोहन और सहनशीलता की परपौत्री है। ...जगदीश चंद्र बसु
  • नारी प्रकृति के फूलों में से एक फूल है। ... साउले
  • पुरूष का नारी के समान कोई बंधु नही। .... महाभारत
  • स्‍त्री जाति की कीर्ति स्‍फटिक दर्पण की तरह है , जो उज्‍जवल तथा चमकीला होने पर भी निकट से श्‍वास लेने पर मलीन हो जाता है। .... सरवाट
  • नारी विश्‍व की इंजन है , प्रेम श्रद्धा और सहयोंग के इंधन के बिना यह इंजन सात कदम भी नहीं चलता। ... मैडम क्‍यूरी
  • सद्गुणी स्‍त्री जहां कभी भी मिलती है , वहां आपको आनंद मिलता है , उसकी चितवन में बहुत सुंदर उद्दान है और वह सर्वश्रेष्‍ठ ज्ञानी पुस्‍तक है। ...... कावले
  • नारी सबकुछ कर सकती है , पर अपनी इच्‍छा के विरूद्ध प्रेम नहीं कर सकती। ..... सुदर्शन
  • जहां न होगी नारी , वहां न खिलेगी फुलवारी ...... (संकलनकर्ता ... नेहा कपूर)



6 टिप्‍पणियां:

निर्मला कपिला ने कहा…

बिलकुल सही कहा बाकी सब के विचार जान कर भी खुशी हुई धन्यवाद्

jayanti jain ने कहा…

Great collection of gems

अमिताभ श्रीवास्तव ने कहा…

haanji, bilkul sahi he..

Udan Tashtari ने कहा…

नारी तुम महान हो!!-समीर लाल ’उड़नतश्तरी वाले’



ये छूट गया है उपर लिस्ट में :)

राज भाटिय़ा ने कहा…

संगीता जी मेने करीब करीब दुनिया के सभी प्रकार के धर्मो को देखा है ओर बहुत नजदीक से देखा है, ओर मै आप की बात से सहमत हूं कि पुरी दुनिया मै अगर किसी समाज मै नारी को मान सम्मान, इज्जत अगर मिलती है तो वो है भारत हमारा धर्म जिस मै हम नारी को देवी का रुप मानते है.ओर कुछ अपवाद को छोड कर
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं.

kshama ने कहा…

Sundar vicharon ka sankalan hai!

Gantantr diwas kee anek shubh kamnayen!

क्‍या ईश्‍वर ने शूद्रो को सेवा करने के लिए ही जन्‍म दिया था ??

शूद्र कौन थे प्रारम्भ में वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर थी, पर धीरे-धीरे यह व्यवस्था जन्म आधारित होने लगी । पहले वर्ण के लोग विद्या , द...