tag:blogger.com,1999:blog-8060308864735743289.post6295334996799636148..comments2023-09-25T02:18:57.288-07:00Comments on हमारा खत्री समाज: इंसानों की जात के इतने व्यक्तियों के होते हुए देश की ऐसी दशा ??संगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8060308864735743289.post-22285373299307221812009-12-09T08:18:19.938-08:002009-12-09T08:18:19.938-08:00संगीता जी
सादर वन्दे!
मै आपके बातो को नकार नहीं सक...संगीता जी<br />सादर वन्दे!<br />मै आपके बातो को नकार नहीं सकता!<br />आपके सामने मै बच्चा हूँ, पर मै अब भी वर्ण व्यवस्था पर ही बिश्वास करता हूँ, और मुझे लगता है कि समाज के लिए इससे उपयुक्त रास्ता कोई नहीं होगा.<br />रत्नेश त्रिपाठीaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8060308864735743289.post-24990381930629785532009-12-09T06:05:02.168-08:002009-12-09T06:05:02.168-08:00यह सच है कि सैद्धान्तिक रूप से जाति-प्रथा या जातिग...यह सच है कि सैद्धान्तिक रूप से जाति-प्रथा या जातिगत संस्था का समर्थन नहीं किया जा सकता है। लेकिन यह भी उतना ही सच है कि आज की भारतीय परिस्थिति में जाति व्यवस्था आंतरिक रूप उतनी ही मजबूत है। <br /><br />विचारणीय चर्चा संगीता जी।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन <br />09955373288 <br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8060308864735743289.post-5446043313795919042009-12-09T05:08:59.799-08:002009-12-09T05:08:59.799-08:00विचारणीय मुद्दे उठाये है आपने !विचारणीय मुद्दे उठाये है आपने !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com