मंगलवार, 20 अप्रैल 2010

अरोड वंश की कुल 962 अल्‍लों का संकलन किया जा सका है( भाग - 1) ... खत्री सोहन लाल बजाज

स्‍वर वर्ण से शुरू होनेवाले अल्‍ल .....

अकारी , अखलेजे , अगंदा , अंगी ,अधेले , अचरू , अछपानेवाले, अच्‍छपरानी , अजायती , अजमानी ,अजहाली, अठरेजा , अथडेजे , अथरेजे , अधरेजे, अधलिखे , अन्‍द , आन्‍दा , अनंदा , अन्‍दरानी , अन्‍दाहमुखी , अन्‍देमानी , अनेजे , अपन , अपनेजे , अपहून , अपनबी , अवरानी , अबयाए , अबहर ,अभवानिए , अम्‍बायवादी , अमरिए , अलूंगिए , अलूचे , अस्‍तावाधी , असरानी , असीजे , अभाणी , अजोडा , अभट्टा , अनदानी , असूंजा , अनरेजा , अधोस , आकली ,आनी , आभाटे , आमरे , आहूजे , इच्‍छपुजानी , इलाहाबादी , इस्‍तानी , इच्‍छामारणी , इंदरानी , इलफानी ख्‍ उत्‍तराधी , उत्‍तरेजे , उधरेकी , उबाबेजे ,  एथरे , एजियाल , एदानी , एलानहादिए , एलेसवी , ओतरेजे , ओपरगे , ओतरेजा ,ओरगिए ।

('खत्री हितैषी' के स्‍वर्ण जयंती विशेषांक से साभार)

3 टिप्‍पणियां:

चिट्ठाचर्चा ने कहा…

आपका ब्लॉग बहुत अच्छा है. आशा है हमारे चर्चा स्तम्भ से आपका हौसला बढेगा.

Udan Tashtari ने कहा…

आभार जानकारी का!

Vivek Khanna ने कहा…

DHYANWA....

क्‍या ईश्‍वर ने शूद्रो को सेवा करने के लिए ही जन्‍म दिया था ??

शूद्र कौन थे प्रारम्भ में वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर थी, पर धीरे-धीरे यह व्यवस्था जन्म आधारित होने लगी । पहले वर्ण के लोग विद्या , द...