गुरुवार, 31 दिसंबर 2009

नए वर्ष की शुभकामनाएं !!

नवल वर्ष के नव प्रभात में , भाग्‍य सूर्य मुस्‍काए ।
नव विचार हो भक्ति अटल हो , देश प्रेम सरसाए।।
अंत:करण शुद्ध हो सात्विक , 'मंजु' मधुर मुस्‍कान।
मंगलमय नववर्ष आपका , पावन ललित ललाम।।

लेखक .. खत्री कैलाश जलोटा जी

1 टिप्पणी:

Udan Tashtari ने कहा…

वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।

- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-

नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!

समीर लाल
उड़न तश्तरी

क्‍या ईश्‍वर ने शूद्रो को सेवा करने के लिए ही जन्‍म दिया था ??

शूद्र कौन थे प्रारम्भ में वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर थी, पर धीरे-धीरे यह व्यवस्था जन्म आधारित होने लगी । पहले वर्ण के लोग विद्या , द...